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दीपावली कब है 2023, दीपावली का शुभ मुहूर्त और दीपावली क्यों मनाया जाता है
दीपावली ( Deepawali ) या दिवाली एक प्रमुख भारतीय त्योहार है जिसे बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह हर साल हिंदू महीने कार्तिक (अक्टूबर – नवंबर) में बारिश के मौसम के बाद आता है। इस दिन भगवान राम, देवी सीता और भगवान लक्ष्मण 14 साल जंगल में बिताने के बाद अयोध्या लौटे थे। इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि देवी लक्ष्मी का जन्म इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान हुआ था। इसलिए, सभी हिन्दू घरों में देवी लक्ष्मी की पूजा दीपावली के दिन बड़े भक्ति भाव और उत्साह से की जाती है। दिवाली की तैयारी पूरे जोर-शोर से कुछ दिन पहले ही होने लग जाती है। इस दौरान लोग घर की अच्छे से साफ-सफाई करते हैं। दीपावली के दिन पूरे परिवार के सदस्य मिलकर मां लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश की पूजा आराधना करते हैं। दीपावली कब है 2023 (दीपावली कितने तारीख को है), दीपावली पूजन का शुभ मुहूर्त और दीपावली क्यों मनाया जाता है, दीपावली का अर्थ, जानिए इस पोस्ट में –
दीपावली का अर्थ
‘दीपावली‘ संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है – दीप + आवली। ‘दीप’ अर्थात ‘दीपक’ और ‘आवली’ अर्थात ‘लाइन’ या ‘श्रृंखला’, जिसका मतलब हुआ दीपकों की श्रृंखला या दीपों की पंक्ति। दीपक को स्कन्द पुराण में सूर्य के हिस्सों का प्रतिनिधित्व करने वाला माना गया है।
दीपावली कब है 2023 (दीपावली कितने तारीख को है)
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, दीपावली या दिवाली हर साल कार्तिक महीने के 15वें दिन अमावस्या को मनाई जाती है। दीपावली पूजा या लक्ष्मी गणेश पूजन के रूप में इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से साल 2023 में कार्तिक माह की अमावस्या 12 नवंबर को है। इस दिन अमावस्या दोपहर 2.44 बजे से शुरू होकर अगले दिन 13 नवंबर को दोपहर 2.56 बजे तक रहेगी। इसलिए Diwali Date 12 नवंबर है।
दीपावली पूजन का शुभ मुहूर्त
लक्ष्मी पूजा का समय – शाम 05.39 – रात 07.35 (12 नवंबर 2023), अवधि – 1 घंटा 56 मिनट
प्रदोष काल – शाम 05:29 – रात 08:08
वृषभ काल – शाम 05:39 – रात 07:35
अमावस्या तिथि कब से कब तक
अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से प्रारंभ होगी और 13 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी।
दीपावली 2023 निशिता काल मुहूर्त
शास्त्रों के अनुसार दीपावली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा मध्यरात्रि यानी निशिता काल मुहूर्त में भी की जाती है। धन की देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए यह दीपावली का शुभ मुहूर्त सबसे अच्छा माना जाता है।
लक्ष्मी पूजा – 12 नवंबर 2023, रात 11:39- 13 नवंबर 2023, प्रात: 12:32 (अवधि – 53 मिनट)
सिंह लग्न – प्रात: 12:10 – प्रात: 02:27 (13 नवंबर 2023)
लक्ष्मी पूजा के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त
- अपराह्न मुहूर्त (शुभ) – दोपहर 02:44 – दोपहर 02:47 PM (12 नवंबर 2023)
- सायाह्न मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) – शाम 05:29 – रात 10:26 PM (12 नवंबर 2023)
- रात्रि मुहूर्त (लाभ) – प्रात: 01:44 – प्रात: 03:24 (13 नवंबर 2023)
- उषाकाल मुहूर्त (शुभ) – प्रात: 05:06 – 06:45 (13 नवंबर 2023)
दीपावली क्यों मनाया जाता है
- रामायण में बताया गया है कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम जब लंका के राजा रावण का वध कर पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या 14 साल जंगल में बिताने के बाद वापस लौटे तो उस दिन पूरी अयोध्या नगरी दीपों से जगमगा रही थी और अयोध्यावासियों ने घी के दीपक जलाकर उनका स्वागत किया था। तब से दिवाली का यह पर्व अंधकार पर विजय का पर्व बन गया और हर वर्ष मनाया जाने लगा।
- इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि देवी माँ लक्ष्मी का जन्म इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान हुआ था। इसलिए भी, सभी हिन्दू घरों में देवी लक्ष्मी की पूजा दीपावली के दिन बड़े भक्ति भाव और उत्साह से की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इसमें मां लक्ष्मी स्वयं भक्तों के घर आती है। भक्त माता लक्ष्मी को खुश करने के लिए मुख्य द्वार पर तोरण, रंगोली आदि से सजाते हैं।
- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, दीपावली के दिन ही भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी राजा नरकासुर का वध किया था। इस नृशंस राक्षस के वध से जनता में अपार हर्ष फैल गया और प्रसन्नता से भरे लोगों ने घी के दिए जलाए और इसके साथ इसी दिन समुद्र मंथन के पश्चात लक्ष्मी व धन्वंतरि प्रकट हुए थे।
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