जीवन में कई बार ऐसा समय आता है जब हर तरफ उलझनें ही उलझनें होती हैं। ऐसे समय में मुझे हमेशा लगता है कि बगलामुखी मंत्र मन को एक अलग तरह की शांति देता है। माँ बगलामुखी की शक्ति नकारात्मकता को रोकती है और अंदर साहस भरती है।
भक्त मानते हैं कि यह मंत्र:
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शत्रुजनित डर कम करता है
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विवाद और मुकदमों में सहारा देता है
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मानसिक अस्थिरता को शांत करता है
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आत्मविश्वास बढ़ाता है
Table of Contents
माँ बगलामुखी कौन हैं?
माँ बगलामुखी हिंदू धर्म की दस महाविद्याओं में से आठवीं देवी मानी जाती हैं। उन्हें शक्ति, सुरक्षा और शत्रुओं पर विजय की देवी कहा जाता है। भक्त मानते हैं कि वे नकारात्मक शक्तियों को नाश कर देती हैं और जीवन की बाधाओं से बाहर निकालती हैं। इसी वजह से उन्हें पीतांबरा और ब्रह्मास्त्र विद्या के नाम से भी जाना जाता है। उनकी पूजा में पीले वस्त्र, हल्दी और पीले फूलों का विशेष महत्व है, क्योंकि पीला रंग ज्ञान, पवित्रता और दिव्य संरक्षण का प्रतीक माना जाता है।
माँ बगलामुखी की प्रमुख विशेषताएँ
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वे दस महाविद्याओं में से एक हैं और तंत्र साधना में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं।
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‘बगला’ का अर्थ है लगाम, और ‘मुखी’ का अर्थ है मुँह — यानी जो बुरे विचारों और गलत वाणी पर लगाम लगा दे।
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उन्हें पीतांबरा इसलिए कहा जाता है क्योंकि वे पीले वस्त्र धारण करती हैं और हल्दी से उनकी पूजा का विधान है।
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वे विपरीत शक्तियों को बदलने वाली देवी मानी जाती हैं — जैसे डर को साहस में और हार को जीत में बदल देना।
पौराणिक कथा से महत्व
कथा के अनुसार, जब पृथ्वी पर भीषण संकट आया, तो भगवान विष्णु ने तपस्या की। उन्हें पता चला कि केवल माँ बगलामुखी ही उस संकट को रोक सकती हैं। हरिद्रा सरोवर से देवी प्रकट हुईं और सृष्टि की रक्षा की — इसलिए उन्हें हरिद्रा-नदी की देवी भी कहा जाता है।
ॐ ह्लीं बगलामुखी मंत्र (मुख्य बीज मंत्र)
सबसे शक्तिशाली और प्रसिद्ध मंत्र है:
ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा ॥
इस ॐ ह्लीं बगलामुखी मंत्र में देवी से प्रार्थना की जाती है कि जो भी हानि पहुँचाना चाहे — उसकी गलत वाणी और गलत कदम रुक जाएँ।
बगलामुखी मंत्र कैसे जपें
जाप का सबसे अच्छा समय सुबह या शाम का माना जाता है।
साधारण तरीका:
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पीले आसन पर बैठें
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दीपक या दीया जलाएँ
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मन को शांत करें
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रोज़ कम से कम 11 या 21 बार जप शुरू करें
धीरे-धीरे संख्या बढ़ाई जा सकती है।
बगलामुखी मंत्र के लाभ
नियमित जप से कई लोग यह अनुभव बताते हैं:
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डर और घबराहट कम होती है
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नकारात्मकता से बचाव महसूस होता है
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कोर्ट-कचहरी या विवादों में राहत मिलती है
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मन मजबूत और स्थिर रहता है
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आत्मविश्वास बढ़ता है
कई भक्त कठिन समय में इसे “आत्मिक सहारा” मानते हैं।
बगलामुखी मंत्र के नुकसान
लोग अक्सर पूछते हैं: “क्या बगलामुखी मंत्र के नुकसान होते हैं?”
सच यह है कि मंत्र स्वयं नुकसान नहीं देता —
पर कुछ बातें ध्यान में रखनी जरूरी हैं:
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इसे बदले या हानि पहुँचाने के इरादे से न जपें
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लालच, क्रोध और घृणा के साथ जप करने से मन भारी हो सकता है
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उन्नत साधना हमेशा गुरु के मार्गदर्शन में करें
मंत्र का उद्देश्य सुरक्षा, संयम और शांति है — किसी को दबाना नहीं।
मेरी राय और अनुभव
मुझे हमेशा लगता है कि बगलामुखी मंत्र एक तरह की दिव्य ढाल जैसा है। जब विश्वास के साथ जपा जाता है, तो मन में स्थिरता और हिम्मत दोनों आ जाती हैं। अगर आप जीवन के किसी कठिन दौर से गुजर रहे हैं, तो ॐ ह्लीं बगलामुखी मंत्र शांत मन से जपकर देखें —
धीरे-धीरे सकारात्मक बदलाव महसूस होंगे।
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