शिव जी के भजन हिंदी में – Shiv Ji Ke Bhajan Lyrics Mp3 Download Shiv Ji Ke Bhajan, शिव जी के भजन हिंदी में lyrics, शिव जी के भजन हिंदी में लिखे हुए, Shiv Ji Ke Bhajan Lyrics Mp3 Download, Shiv Ji Ke Bhajan Lyrics in Hindi, शिव जी के भजन हिंदी में lyrics, शिव जी के भजन mp3 download, शिव जी के भजन लिरिक्स इन हिंदी मेरा भोलेनाथ ऐसा भक्तो का रखवाला हैं http://bhaktigaane.in/wp-content/uploads/2016/10/Shiv-Shiv-Bhajan-Mera-Bhola-Nath-Aisa-Mahadev-Songs-H.mp3 मेरा भोलेनाथ ऐसा भक्तो का रखवाला हैं, सचमुच में भोला भाला है, मेरा भोलेनाथ… है भांग का सरिया, कैलाश का वसिया, रमिया राम रंग का है चन्द्र…
Author: Mahendra Kumar Vyas
बिल्वाष्टकम् Mp3 डाउनलोड – Bilvashtakam Mp3 Download बिल्वाष्टकम् लिरिक्स – Bilvashtakam Lyrics त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधं त्रिजन्म पापसंहारम् एकबिल्वं शिवार्पणं त्रिशाखैः बिल्वपत्रैश्च अच्चिद्रैः कोमलैः शुभैः तवपूजां करिष्यामि एकबिल्वं शिवार्पणं कोटि कन्या महादानं तिलपर्वत कोटयः काञ्चनं क्षीलदानेन एकबिल्वं शिवार्पणं काशीक्षेत्र निवासं च कालभैरव दर्शनं प्रयागे माधवं दृष्ट्वा एकबिल्वं शिवार्पणं इन्दुवारे व्रतं स्थित्वा निराहारो महेश्वराः नक्तं हौष्यामि देवेश एकबिल्वं शिवार्पणं रामलिङ्ग प्रतिष्ठा च वैवाहिक कृतं तधा तटाकानिच सन्धानम् एकबिल्वं शिवार्पणं अखण्ड बिल्वपत्रं च आयुतं शिवपूजनं कृतं नाम सहस्रेण एकबिल्वं शिवार्पणं उमया सहदेवेश नन्दि वाहनमेव च भस्मलेपन सर्वाङ्गम् एकबिल्वं शिवार्पणं सालग्रामेषु विप्राणां तटाकं दशकूपयोः यज्नकोटि सहस्रस्च एकबिल्वं शिवार्पणं दन्ति कोटि सहस्रेषु अश्वमेध शतक्रतौ कोटिकन्या महादानम् एकबिल्वं शिवार्पणं बिल्वाणां दर्शनं पुण्यं स्पर्शनं पापनाशनं अघोर पापसंहारम् एकबिल्वं शिवार्पणं सहस्रवेद पाटेषु ब्रह्मस्तापन मुच्यते अनेकव्रत कोटीनाम् एकबिल्वं शिवार्पणं अन्नदान सहस्रेषु सहस्रोप नयनं तधा अनेक जन्मपापानि एकबिल्वं शिवार्पणं बिल्वस्तोत्रमिदं पुण्यं यः पठेश्शिव सन्निधौ शिवलोकमवाप्नोति एकबिल्वं शिवार्पणं https://youtu.be/s9o8JD8PU6w
दुनियाँ चले ना श्रीराम के बिना लिरिक्स – Duniya Chale Na Shri Ram Ke Bina Lyrics Mp3 Download http://media-audio.mio.to/various_artists/H/Hanumanji%20Vol%201/1_1%20-%20Duniya%20Chale%20Na%20Shree%20Raam%20Ke%20Bina-vbr-V5.mp3 Duniya Chale Na Shri Ram Ke Bina Bhajan Lyrics दुनियाँ चले ना श्रीराम के बिना, रामजी चले ना हनुमान के बिना …..३ जब से रामायण पढ ली है एक बात मैने समझ ली हैं, रावण मरे ना श्रीराम के बिना लंका जले ना हनुमान के बिना…….दुनियाँ चले ना.. लक्ष्मण का बचना मुश्किल था कौन बूटी लाने के काबिल था लक्ष्मण बचे ना श्रीराम के बिना बूटी मिले ना हनुमान के बिना…….दुनियाँ चले ना.. सीता हरण की कहानी सुनो, बनवारी मेरी जुबानी…
आरती कीजे हनुमान लला की – Hanuman Ji Ki Aarti आरती हनुमान जी की उनकी प्रशंसा और आराधना का एक आदर्श प्रकार है और इसे उनके पूजा-घरों या मंदिरों में नियमित रूप से गया जाता है। यह आरती उनकी कृपा, आशीर्वाद और सुरक्षा पाने के लिए गया जाता है। Hanuman Ji Ki Aarti Lyrics – आरती हनुमान जी की लिरिक्स इन हिंदी आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ जाके बल से गिरिवर कांपै। रोग-दोष जाके निकट न झांपै॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई। संतन के प्रभु सदा सहाई॥ आरती कीजै हनुमान लला की। दे बीरा रघुनाथ पठाए।…
तुलसी माता आरती Mp3 – Tulsi Mata Aarti in hindi Mp3 http://media-audio.mio.to/by_artist/A/Anuradha%20Paudwal/Aarti%20Vol%204%20%281999%29/1_3%20-%20Jai%20Jai%20Tulsi%20Mata-vbr-V5.mp3 Tulsi Mata Aarti Lyrics – तुलसी माता जी की आरती हिंदी में जय जय जय तुलसी माता सब जग की सुख दाता, वर दाता जय जय जय तुलसी माता ।। सब योगो के ऊपर, सब रोगों के ऊपर रुज से रक्षा करके भव त्राता जय जय जय तुलसी माता।। बटु पुत्री हे श्यामा, सुर बल्ली हे ग्राम्या विष्णु प्रिये जो तुमको सेवे, सो नर तर जाता जय जय जय तुलसी माता ।। हरि के शीश विराजत, त्रिभुवन से हो वन्दित पतित जनो की तारिणी विख्याता जय…
शिव चालीसा लिरिक्स इन हिंदी – Shiv Chalisa Lyrics In Hindi With Mp3 शिव चालीसा भगवान शिव की स्तुति करने वाली एक प्रमुख आराधना है। इसे पढ़कर शिव जी के गुणों, महिमा और कृपा के बारे में जानकारी मिलती है। यह चालीसा शिव भक्तों द्वारा नियमित रूप से पढ़ी जाती है। Shiv Chalisa Mp3 Free Download Shiv Chalisa Lyrics In Hindi (शिव चालीसा लिखित मे) || दोहा || जय गणेश गिरिजासुवन, मंगल मूल सुजान कहत अयोध्यादास तुम, देउ अभय वरदान || चौपाई || जय गिरिजापति दीनदयाला,सदा करत सन्तन प्रतिपाला. भाल चन्द्रमा सोहत नीके. कानन कुण्डल नागफ़णी के. अंग गौर सिर गंग बहाये. मुण्डमाल तन…
Shiva Panchakshara Stotram Lyrics With Mp3 शिव पंचाक्षर स्त्रोतम में शिव जी की प्रार्थना की गई है। ॐ नम: शिवाय पर निर्धारित यह श्लोक संग्रह अत्यंत मनमोहक रूप से शिवस्तुति कर रहा है। इस स्तोत्र के रचयिता श्री आदि शंकराचार्य जी हैं जो महान शिव भक्त, अद्वैतवादी, एवं सनातनी ग्रंथ एवं विद्वानों के अनुसार वे स्वयं भगवान शिव के अवतार थे। इस स्तोत्र का प्रत्येक छंद न, म, शि, व, य – इन पांच अक्षरों से प्रारम्भ होता है। Shiv Panchakshara Strotam By Ramesh Bhai Ojha Mp3 Download Shiv Panchakshara Strotam Lyrics नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय। नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय…
श्री साईं चालीसा – Shri Sai Chalisa साईं चालीसा हिंदी, Sai chalisa in hindi, साईं चालीसा पाठ, Sai chalisa pdf, साईं चालीसा लिरिक्स, Sai chalisa lyrics, साईं चालीसा इन हिंदी, साईं चालीसा pdf साईं चालीसा लिरिक्स – Shri Sai Chalisa Lyrics || चौपाई || पहले साईं के चरणों में, अपना शीश नमाऊं मैं । कैसे शिर्डी साईं आए, सारा हाल सुनाऊं मैं ॥1॥ कौन हैं माता, पिता कौन हैं, यह न किसी ने भी जाना । कहां जनम साईं ने धारा, प्रश्न पहेली सा रहा बना ॥ कोई कहे अयोध्या के ये, रामचन्द्र भगवान हैं । कोई कहता साईं बाबा,…
गणेश आरती Mp3 – Ganesh Aarti Lyrics “Ganesh Aarti” is a profoundly revered Hindu devotional song that pays homage to Lord Ganesha, the deity of wisdom, knowledge, and new beginnings. Aarti is a form of worship involving the offering of light, typically in the form of a flame or a lamp, while reciting sacred verses. The lyrics of the “Ganesh Aarti” beautifully capture the essence of Lord Ganesha’s divinity and his significance in the Hindu pantheon. The verses celebrate the attributes of Lord Ganesha as the son of Goddess Parvati and Lord Shiva. He is affectionately referred to as “Jai…
लक्ष्मी जी की आरती – Laxmi Aarti In Hindi Laxmi Ji Ki Aarti Lyrics ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु धाता. ॐ… उमा, रमा, ब्राह्माणी, तुम ही जग-माता सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता. ॐ… दुर्गा रुप निरन्जनी, सुख सम्पत्ति दाता. जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता. ॐ… तुम पाताल निवासिनी, तुम ही शुभ दाता कर्म प्रभाव प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता. ॐ… जिस घर में तुम रहती, सब सद गुण आता सब सम्भव हो जाता, मन नही घबराता. ॐ… तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता. खान…