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छोटी छोटी गैया लिरिक्स – भक्ति गीत परिचय
“छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल” एक प्रसिद्ध भक्ति गीत (bhajan) है जो भगवान श्रीकृष्ण के बालरूप और उनकी गौ-लीला का मधुर चित्र प्रस्तुत करता है। इस भजन में गोकुल की सरलता, वात्सल्य, और कृष्ण के बचपन की लीलाओं का मनोहारी वर्णन है। यह गीत कृष्ण जन्माष्टमी, भजन संध्या, और बच्चों की धार्मिक प्रस्तुतियों में बड़े प्रेम से गाया जाता है। छोटी-छोटी गायों और नन्हें-नन्हें ग्वालों के बीच बालकृष्ण की छवि, भक्तों के मन को आनंद और शांति से भर देती है।
छोटी छोटी गैया लिरिक्स – Choti Choti Gaiya Lyrics Hindi
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल।
बीच में मेरो मदन गोपाल॥
कारी कारी गैया, गोरे गोरे ग्वाल।
श्याम वरण मेरो मदन गोपाल॥
घास खाए गैया, दूध पीवे ग्वाल।
माखन खावे मेरो मदन गोपाल॥
छोटी छोटी लकुटी, छोले छोटे हाथ।
बंसी बजावे मेरो मदन गोपाल॥
छोटी छोटी सखियाँ, मधुबन बाग़।
रास राचावे मेरो मदन गोपाल॥
इस भजन का भावार्थ:
यह भजन मातृत्व, स्नेह, मासूमियत और दिव्यता से भरपूर है। छोटी छोटी गायों और छोटे छोटे ग्वालों के बीच बालकृष्ण की लीला हमें यह सिखाती है कि ईश्वर सरलता और प्रेम में वास करते हैं। यह गीत भक्तों को कृष्ण की बाल लीलाओं का स्मरण कराता है और उनके साथ आत्मिक जुड़ाव गहरा करता है।
यह भजन क्यों खास है?
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कृष्ण जन्माष्टमी, भजन संध्या, और बच्चों के स्कूल कार्यक्रमों में इसे विशेष रूप से गाया जाता है।
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यह बच्चों और बड़ों, दोनों के बीच अत्यंत लोकप्रिय है।
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भजन में लोकसंगीत की मिठास और आध्यात्मिक भाव का अद्भुत मेल है।