भगवान् श्री कृष्ण के मुख से निकली ये कृष्ण वाणी आपके जीवन पर एक बहुत ही सकारात्मक और प्रेरक प्रभाव डालेगी। ये Shree Krishna motivational quotes in Hindi आपके जीवन का मार्गदर्शन करेंगे और जीवन में कुछ बड़ा करने की प्रेरणा भी देंगे। यहां हिंदी में भगवान कृष्ण से संबंधित प्रेरक उद्धरण दिए गए हैं (here are some motivational quotes attributed to Lord Krishna in Hindi)
Shree Krishna Motivational Quotes in Hindi
- जो कुछ हुआ, अच्छे के लिए हुआ। जो हो रहा है, अच्छे के लिए हो रहा है। जो होगा, वह भी अच्छे के लिए ही होगा।
- जीवन में कभी निराश नही होना चाहिए क्योंकि कमजोर आपका वक़्त होता है आप नही।
- कर्म करो, फल की इच्छा मत करो, कर्म करते रहो, फल स्वयं तुम्हारे पास आएगा।
- अपने कर्म को बदलो, न कि कर्म के फल को।
- जीवन का सत्य सिर्फ एक है, और वह है – प्रेम।
- व्यक्ति कर्म करने से कभी छुटकारा नहीं पा सकता है। इसलिए तुम्हें हमेशा कर्म करते रहना चाहिए क्योंकि कर्म के बिना तुम्हारे शरीर का निर्वाह भी नहीं हो सकता है।
- मनुष्य उसके लिए शोक करता है, जो शोक करने के योग्य नही हैं और फिर भी ज्ञान की बातें करते हो। बुद्धिमान व्यक्ति ना जीवित और ना ही मृत व्यक्ति के लिए शोक करते हैं।
- विषयों का चिंतन करने से विषयों की आसक्ति होती है। आसक्ति से इच्छा उत्पन्न होती है और इच्छा से क्रोध होता है। क्रोध से सम्मोहन और अविवेक उत्पन्न होता है।
- क्रोध से भ्रम पैदा होता है, भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है और जब बुद्धि व्यग्र होती है, तब तर्क नष्ट हो जाता है। जब तर्क नष्ट होता है, तब व्यक्ति का पतन हो जाता है।
- इच्छा पूरी नहीं होती तो क्रोध बढ़ता है और इच्छा पूरी होती है, तो लोभ बढ़ता है। इसलिये जीवन की हर स्थिति में धैर्य बनाये रखना।
- जन्म लेने वाले के लिए मृत्यु उतनी ही निश्चित है, जितना कि मृत होने वाले के लिए जन्म लेना। इसलिए जो अपरिहार्य है, उस पर शोक मत करो।
- धर्मयुद्ध में कोई भी व्यक्ति निष्पक्ष नहीं रह सकता है। धर्म युद्ध में जो व्यक्ति धर्म के साथ नहीं खड़ा है, इसका अर्थ है वह अधर्म का साथ दे रहा है, वह अधर्म के साथ खड़ा है।
- अगर कोई मनुष्य हमारे साथ बुरा कर रहा है, तो उसे करने दो। यह उसका कर्म है और समय उसके कर्म का फल उसे जरूर देगा। लेकिन हमें कभी भी किसी के साथ बुरा नहीं करना चाहिए क्योंकि यही हमारा धर्म है।
- कठिन समय में समझदार व्यक्ति रास्ते खोजते हैं और कायर व्यक्ति बहाने।
- ठंड या गर्मी, सुख या दर्द का अनुभव करें। ये अनुभव क्षणभंगुर हैं; वे आते हैं और जाते हैं। उन्हें धैर्यपूर्वक सहन करें।
- मन चंचल है इसे और संयमित करना कठिन है, लेकिन यह अभ्यास से वश में हो जाता है।
- समय हमेशा चलता रहता है कभी रुकता नहीं ! यदि आज बुरा समय है तो कल अच्छा होगा ! इसलिए आप बिना किसी स्वार्थ के सिर्फ कर्म कीजिये, फल समय खुद देगा।
- जो अहंकार से मोहित हो जाता है, वह सोचता है, मैं कर्ता हूँ।
- जो कुछ भी है वो वर्तमान में है, जो बीत गया है वो नहीं आएगा और जो आने वाला है उसकी चिंता नहीं बल्कि खुलें हाथों से इसका स्वागत करें।
- बुरे ‘कर्म’ करने नहीं पड़ते हो जाते है, और अच्छे ‘कर्म’ होते नहीं करने पड़ते हैं !
- क्या गया है तुम्हारा जो तुम रोते हो, तुम इस संसार में क्या लाये हो जो तुमने खो दिया, तुमने क्या पैदा किया जो खो दिया , क्योकि तुमने जो भी लिया यही से तो लिया जो भी दिया यही पर दिया। आज जिसे तुम अपना कह रहे हो, कल किसी और का था, और परसों किसी और का होगा। फिर क्यों रोते हो।
भगवान कृष्ण के ये उद्धरण गहन ज्ञान से भरे हुए हैं और जीवन की चुनौतियों से निपटने और व्यक्तिगत विकास को आगे बढ़ाने में प्रेरणा के स्रोत के रूप में काम कर सकते हैं।
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