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भगवान शिव को प्रसन्न करने वाले 5 मंत्र
पुराणों के अनुसार भगवान शिव को सरल, सौम्य और भोला बताया गया है। भगवान शिव इतने भोले हैं कि वे तो एक लोटा जल से प्रसन्न हो जाते हैं। बाबा भोलेनाथ ऐसे हैं कि वे जिनपर प्रसन्न हो जाएं तो उनके जीवन में आने वाली सभी कठिनाईयों के सामने वो खुद खड़े हो जाते हैं, और अपने भक्त की रक्षा करतें हैं। भगवान शिव लोकप्रिय हिंदू देवता हैं, जिन्हें शंकर, रुद्र, भोलेनाथ, नीलकंठ और महादेव के नाम से भी जाना जाता है। उन्हें हिंदू शास्त्रों के अनुसार विध्वंसक या सृष्टि का सहांरक के रूप में भी जाना जाता है। शिव शब्द शुभ का द्योतक है भगवान शिव पाप और भय का नाश करते हैं और सांसारिक सुखों के प्रदाता है। शिव को शंकर भी कहा जाता है जिसका अर्थ है अच्छा करने वाला। वह सभी बुराइयों को दूर करने वाले और त्याग की मूर्ति है। आइये जानते हैं भगवान शिव को प्रसन्न करने के कुछ खास मंत्र –
शिव को प्रसन्न करने का पहला मंत्र –
ॐ ह्रीं ह्रौं नम: शिवाय॥
ॐ पार्वतीपतये नम:॥
ॐ पशुपतये नम:॥
ॐ नम: शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नम: ॐ ॥
शिव को प्रसन्न करने का दूसरा मंत्र –
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
शिव को प्रसन्न करने वाला तीसरा मंत्र (महामृत्युंजय मंत्र) –
ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।।
शिव को प्रसन्न करने का चौथा मंत्र –
कर्पूरगौरं करुणावतारम् संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् |
सदा वसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि ||
शिव को प्रसन्न करने वाला ये पांचवा मंत्र –
ॐ नमः शिवाय।
नमो नीलकण्ठाय।
ॐ पार्वतीपतये नमः।
ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।
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