भक्ति संगीत का एक ऐसा स्रोत है जो आत्मा को छू जाता है — और Ashutosh Shashank Shekhar की यह शिव स्तुति (Shiv Stuti) उसी श्रेणी में आती है। यह गीत भगवान शिव की महिमा का आह्वान है — चंद्रमौली, कोटि-कोटि प्रणाम, निर्विकार ओंकार, जगत सर्जक आदि रूपों में। जब आप इस भजन को सुनते या पढ़ते हैं, तो केवल संगीत नहीं सुनते — आप शिव की अनंत ऊर्जा और शांति का अनुभव करते हैं। इस लेख में आपको Ashutosh Shashank Shekhar lyrics (लिरिक्स हिंदी में) और महत्व मिलेंगे — ताकि आप शिव स्तुति को पूरी भक्ति सेअनुभव कर सकें।
Table of Contents
Ashutosh Shashank Shekhar Lyrics In Hindi (गीत लिरिक्स)
आशुतोष शशाँक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा ॥
निर्विकार ओमकार अविनाशी,
तुम्ही देवाधि देव,
जगत सर्जक प्रलय करता,
शिवम सत्यम सुंदरा ॥
निरंकार स्वरूप कालेश्वर,
महा योगीश्वरा,
दयानिधि दानिश्वर जय,
जटाधार अभयंकरा ॥
शूल पानी त्रिशूल धारी,
औगड़ी बाघम्बरी,
जय महेश त्रिलोचनाय,
विश्वनाथ विशम्भरा ॥
नाथ नागेश्वर हरो हर,
पाप साप अभिशाप तम,
महादेव महान भोले,
सदा शिव शिव संकरा ॥
जगत पति अनुरकती भक्ति,
सदैव तेरे चरण हो,
क्षमा हो अपराध सब,
जय जयति जगदीश्वरा ॥
जनम जीवन जगत का,
संताप ताप मिटे सभी,
ओम नमः शिवाय मन,
जपता रहे पञ्चाक्षरा ॥
आशुतोष शशाँक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा ॥
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
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आशुतोष शशांक शेखर शिव स्तुति pdf
इस शिव स्तुति का महत्व
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शिव भक्तियों में प्रचलित: यह स्तुति भक्तों का प्रिय भजन है, खासकर शिवरात्रि व सोमवार को।
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शांति और ध्यान हेतु: इसे जपने या सुनने से मन शांत होता है, ध्यान साधना सहज होती है।
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भक्ति और आत्मसमर्पण: यह गीत भक्त को शिव के प्रति पूर्ण समर्पण की भावना दिलाता है।
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आध्यात्मिक अनुभव: स्वर, शब्द और अर्थ मिलकर एक शक्तिशाली आध्यात्मिक अनुभव देते हैं।
Ashutosh Shashank Shekhar भक्ति गीत के लाभ (Benefits)
1. मन की शांति और एकाग्रता बढ़ाता है
इस स्तुति का नियमित श्रवण या पाठ मन को शांत करता है, तनाव और चिंता को कम करता है।
2. ध्यान साधना में सहायता करता है
गीत की लय और शब्दों की शक्ति ध्यान के लिए आदर्श वातावरण बनाती है।
3. आध्यात्मिक जागृति को बढ़ावा देता है
“ओम नमः शिवाय” और “निर्विकार ओंकार” जैसे शब्द आत्मा को शिव तत्व से जोड़ते हैं — यह साधक को आत्मिक अनुभूति की ओर ले जाते हैं।
4. भक्ति और श्रद्धा की भावना गहरी करता है
यह गीत भक्त को शिव के प्रति आत्मसमर्पण की भावना सिखाता है — “कोटि कोटि प्रणाम शंभू” के माध्यम से पूर्ण भक्ति की अभिव्यक्ति होती है।
5. सकारात्मक ऊर्जा और आशीर्वाद का अनुभव
स्तुति का नियमित गायन घर और मन में सकारात्मक कंपन (positive vibrations) उत्पन्न करता है, जिससे सुख-शांति का वातावरण बनता है।
6. संस्कार और आंतरिक शुद्धता का संवर्धन
इस शिव स्तुति का उच्चारण साधक के भीतर संस्कार, दया, क्षमा और विनम्रता के भावों को जाग्रत करता है।
FAQs — Ashutosh Shashank Shekhar Lyrics और इसके लाभों से जुड़े प्रश्न
1. Ashutosh Shashank Shekhar शिव स्तुति को कब गाना चाहिए?
Ans. इसे प्रातःकाल या संध्या समय गाना सबसे शुभ माना जाता है। विशेष रूप से सोमवार और महाशिवरात्रि पर यह अत्यंत फलदायी होती है।
2. क्या इस स्तुति को घर पर गाया जा सकता है?
Ans. हाँ, आप इसे घर, मंदिर, या ध्यान सत्र में गा सकते हैं। भक्ति और श्रद्धा ही इसकी सबसे बड़ी शर्त है।
3. क्या इस स्तुति को सुनने से भी लाभ होता है?
Ans. जी हाँ, इसे सुनने मात्र से भी मन को शांति मिलती है और वातावरण पवित्र होता है।
4. क्या इस गीत का कोई विशेष अर्थ या भावार्थ है?
Ans. इस गीत में भगवान शिव के विभिन्न रूपों — जैसे चंद्रमौली, त्रिलोचन, दिगंबर, और विश्वनाथ — की महिमा का गुणगान है। यह हमें विनम्रता, भक्ति और समर्पण का संदेश देता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Ashutosh Shashank Shekhar (शिव स्तुति) सिर्फ एक भजन नहीं — बल्कि आत्मा की यात्रा है। यह गीत साधक को शिव की असीम करुणा, शांति और शक्ति का अनुभव कराता है। “कोटि नमन दिगम्बरा” के हर उच्चारण के साथ, भक्ति गहराती जाती है और आत्मा शिवत्व के और करीब पहुँचती है।
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