दत्ताची आरती (Datta Aarti Marathi Lyrics)
श्री दत्ताची आरती (Datta Aarti) भारतीय धार्मिक संस्कृति में एक प्रसिद्ध आरतियों में से एक है। यह आरती भगवान दत्तात्रेय को समर्पित है, जो हिंदू धर्म के त्रिदेवों में से एक माने जाते हैं। भगवान दत्तात्रेय को दत्तगुरु भी कहा जाता है, और वे ब्रह्मा, विष्णु, और शिव के सामान्य स्वरूप को दर्शाते हैं। आरती के शब्दों में भक्त भगवान दत्तात्रेय की महिमा और दिव्यता को गाते हैं और उनके चरणों में आरती करते हैं। यह आरती उनके शक्तिशाली, दयालु और सर्वशक्तिमान स्वरूप को प्रकट करती है। दत्ताची आरती को साधारणतः श्री दत्तात्रेय की पूजा और आराधना के दौरान गाया जाता है। दत्ताची आरती के शब्दों का अर्थानुसार, इससे भक्तों को शांति, समृद्धि, और सुख-शांति की प्राप्ति होती है। यहाँ प्रस्तुत है आपके लिए दत्ताची आरती मराठी लिरिक्स (Datta Aarti Lyrics In Marathi) में –
त्रिगुणात्मक त्रैमूर्ती दत्त हा जाणा ।
त्रिगुणी अवतार त्रैलोक्य राणा ।
नेती नेती शब्द न ये अनुमाना ॥
सुरवर मुनिजन योगी समाधी न ये ध्याना ॥
जय देव जय देव जय श्री गुरुद्त्ता ।
आरती ओवाळिता हरली भवचिंता ॥
सबाह्य अभ्यंतरी तू एक द्त्त ।
अभाग्यासी कैची कळेल हि मात ॥
पराही परतली तेथे कैचा हेत ।
जन्ममरणाचाही पुरलासे अंत ॥
दत्त येऊनिया ऊभा ठाकला ।
भावे साष्टांगेसी प्रणिपात केला ॥
प्रसन्न होऊनि आशीर्वाद दिधला ।
जन्ममरणाचा फेरा चुकवीला ॥
दत्त दत्त ऐसें लागले ध्यान ।
हरपले मन झाले उन्मन ॥
मी तू पणाची झाली बोळवण ।
एका जनार्दनी श्रीदत्तध्यान ॥
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