Author: Mahendra Kumar Vyas

Mahendra Vyas, born to Late Shri G. L. Vyas and Shrimati Sharda Vyas, did Civil Engineering from M.B.M.Engineering College, Jodhpur. Worked with Mars Group and Aditya Birla Group, became a part of Yoga Niketan, Mumbai in 2002, and since then practicing Yoga.

“त्वमेव माता च पिता त्वमेव” श्लोक हिंदू भक्ति परंपरा में अत्यंत पवित्र और भावनात्मक रूप से समर्पित श्लोक है। इस श्लोक के माध्यम से हम यह महसूस करते हैं कि ईश्वर हमारे जीवन के हर रिश्ते और संसाधन का आधार हैं — माता, पिता, मित्र, शिक्षा, धन और ज्ञान सब कुछ ईश्वर ही हैं। यह श्लोक मुख्यतः प्रार्थनाओं, पूजन और ध्यान (meditation) में बोला जाता है। यह भक्ति, समर्पण और ईश्वर की सर्वव्यापकता का सुंदर बोध कराता है। त्वमेव माता च पिता त्वमेव श्लोक – संस्कृत में त्वमेव माता च पिता त्वमेवत्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेवत्वमेव सर्वं मम…

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Intermittent fasting (IF) can be an effective way to incorporate fasting into your daily or weekly routine. There are several methods to choose from, and you can select the one that best suits your lifestyle and preferences. Here’s a general guide on how to do intermittent fasting: Choose an Intermittent Fasting Method: Decide which IF method works best for you. Common methods include the 16/8 method, 5:2 method, Eat-Stop-Eat, alternate-day fasting, and The Warrior Diet. Each method has a unique fasting and eating schedule, so select the one that aligns with your daily routine and dietary needs. Plan Your Fasting…

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What Is Intermittent Fasting Intermittent fasting (IF) is an eating pattern that involves alternating periods of fasting with periods of eating. It doesn’t prescribe specific foods but focuses on when you should eat. It’s gained popularity as a potential way to manage weight and improve various aspects of health. The concept is relatively simple: Fasting Period: During this time, you abstain from food or significantly reduce your calorie intake. This period can vary in duration, depending on the specific intermittent fasting method you choose. Eating Window: This is the time when you consume your meals and calories. It can also…

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सिद्धिदात्री माता का मंत्र, आरती, कथा, कवच और  स्तोत्र नवरात्रि के नौवें या अंतिम दिन देवी दुर्गा के नौवें रूप सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाती है। ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, जब देवी किसी भक्त की पूजा से प्रसन्न होती हैं, तो वह उसे 18 विभिन्न प्रकार की सिद्धियाँ प्रदान करती हैं। पूरी श्रद्धा के साथ मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से भक्तों को सुख और पवित्रता के साथ-साथ पूर्णता की प्राप्ति होती है माँ सिद्धिदात्री देवी को कमल के फूल पर विराजमान चार भुजाओं वाली दर्शाया गया है। उनकी भुजाओं में एक दाहिने हाथ में गदा, दूसरे दाहिने हाथ…

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माँ महागौरी मंत्र, आरती, कथा, कवच और  स्तोत्र नवरात्रि के आठवें दिन देवी महागौरी की पूजा की जाती है और यह देवी दुर्गा का आठवां रूप है। इनका रंग पूर्णतः श्वेत है, अत: इन्हें ‘महागौरी’ नाम से पूजा जाता है। देवी गौरी उज्ज्वल, शांतिपूर्ण और शांत हैं और उनकी सुंदरता सफेद मोती की चमक की तरह चमकती है। उन्हें चार भुजाओं के साथ दर्शाया गया है और वे वृषभ (बैल) पर बैठी हैं। वह एक दाहिने हाथ में त्रिशूल रखती हैं और दूसरे दाहिने हाथ को अभय मुद्रा में रखती हैं। वह अपने बाएं हाथ में ‘डमरू’ (एक छोटा हाथ…

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कालरात्रि माता की कथा, मंत्र, और आरती कालरात्रि माता, जिन्हें माँ काली के नाम से भी जाना जाता है, देवी दुर्गा का सातवां अवतार हैं। नवरात्रि का 7वां दिन मां कालरात्रि को समर्पित है। दुष्टों का विनाश करने वाली मां कालरात्रि को वीरता और साहस का प्रतीक माना गया है। कालरात्रि दुर्गा के सबसे उग्र रूपों में से एक है और उनका स्वरूप ही भय उत्पन्न करता है। मां का रंग उनके नाम की तरह बिल्कुल काला है। इनके सिर के बाल बिखरे हुए हैं और मां ने गले में चमकीली माला धारण की है। मां कालरात्रि के तीन नेत्र…

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मां कात्यायनी मंत्र, कात्यायनी माता की कथा, आरती lyrics माँ कात्यायनी देवी दुर्गा के नौ रूपों में से एक हैं और उन्हें नवरात्रि के छठे दिन उनके छठे रूप में पूजा जाता है। देवी पार्वती ने राक्षस महिषासुर का विनाश करने के लिए देवी कात्यायनी का रूप धारण किया। देवी कात्यायनी दिव्य नारी शक्ति की सबसे उग्र अभिव्यक्ति हैं, क्योंकि वह एक योद्धा के रूप में प्रकट होती हैं।आज हम आपके लिए यहाँ लाये हैं कात्यायनी माता की कथा व आरती lyrics, मां कात्यायनी मंत्र फॉर मैरिज व प्रार्थना मंत्र और शीघ्र विवाह के लिए ऐसे करें मां कात्यायनी की…

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नीम करोली बाबा के शिष्य और नीम करोली बाबा मंत्र हिंदू धार्मिक गुरूओं में बाबा नीम करोली का नाम काफी जाना पहचाना है। नैनीताल के कैंची धाम में बाबा का आश्रम है, जहां उनके कई शिष्य आकर रहे और आश्रम में सेवा की। यहाँ हम जानेंगे कि कौन थे नीम करोली बाबा के शिष्य और क्या है नीम करोली बाबा मंत्र जिसके जाप से पके सारे दुख दूर होंगे और मनोकामनाएं पूरी होंगी। नीम करोली बाबा के शिष्य नीम करोली बाबा के प्रसिद्ध शिष्य की बात करें तो कई नाम सामने आते हैं जैसे – एप्पल के निर्माता स्टीव जॉब्स,…

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नीम करोली बाबा – उनकी कहानी, चमत्कार, आश्रम और उनकी मृत्यु कैसे हुई भारत के महान ऋषि-मुनियों, संतो और महात्माओ ने अध्यात्म को भारत में स्थापित किया है और भारत को अध्यात्म में विश्व गुरु की संज्ञा दिलाई है। संत और महात्मा हमारे जीवन को प्रकाशवान करते हैं, एक नई दिशा प्रदान करते हैं। ये लोग अपनी सुख-सुविधाओं को त्याग कर देश का और समाज का भी कल्याण करते हैं। एक ऐसे ही संत, जो हनुमान जी के परम भक्त थे, जिन्होंने लोगों के जीवन में नई सकारात्मक ऊर्जा प्रदान की और जिनकी महान संतों में गिनती होती है वे…

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नवरात्रि व्रत कथा (Navratri Vrat Katha In Hindi) एक समय बृहस्पति जी ब्रह्माजी से बोले- हे ब्रह्मन श्रेष्ठ! चैत्र व आश्विन मास के शुक्लपक्ष में नवरात्र का व्रत और उत्सव क्यों किया जाता है? इस व्रत का क्या फल है, इसे किस प्रकार करना उचित है? पहले इस व्रत को किसने किया? सो विस्तार से कहिये। ब्रह्माजी से देवगुरू बृहस्पति ने नवरात्रि व्रत कथा और पूर्व समय में इस व्रत को किसने किया उसकी कथा सुनाने का निवेदन किया। ब्रह्मा जी ने बृहस्पति जी से कहा, “ हे बृहस्पते! मैं तुम्हे इस परम दुर्लभ और कल्याणकारी नवरात्रि व्रत कथा और…

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