मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सुदसरथ अजर बिहारी अर्थ सहित
आपके लिए प्रस्तुत है मंगल भवन अमंगल हारी चौपाई लिरिक्स अर्थ सहित। “मंगल भवन अमंगल हारी” के बोल हिंदू धर्म में गहरा आध्यात्मिक महत्व रखते हैं, क्योंकि वे भगवान राम को समर्पित हैं, जो हिंदू देवताओं में सबसे प्रतिष्ठित देवताओं में से एक हैं। यह भक्ति भजन भक्ति और विश्वास की एक शक्तिशाली अभिव्यक्ति है, और इसे आमतौर पर लाखों भक्तों द्वारा भगवान राम के आशीर्वाद का आह्वान करने और उनकी सुरक्षा पाने के लिए गाया या गाया जाता है।
मंगल भवन अमंगल हारी लिरिक्स
राम सिया राम सिया राम,
जय जय राम,
राम सिया राम सिया राम,
जय जय राम ।
मंगल भवन अमंगल हारी,
द्रबहुसु दसरथ अजर बिहारी ।
राम सिया राम सिया राम..
अर्थ : जो मंगल करने वाले और अमंगल हो दूर करने वाले है , वो दशरथ नंदन श्री राम है वो मुझपर अपनी कृपा करे।
होइ है वही जो राम रच राखा,
को करे तरफ़ बढ़ाए साखा ।
राम सिया राम सिया राम..
अर्थ : जो भगवान श्री राम ने पहले से ही रच रखा है ,वही होगा | हम्हारे कुछ करने से वो बदल नही सकता।
धीरज धरम मित्र अरु नारी,
आपद काल परखिये चारी ।
राम सिया राम सिया राम..
अर्थ : बुरे समय में यह चार चीजे हमेशा परखी जाती है , धैर्य , मित्र , पत्नी और धर्म।
जेहि के जेहि पर सत्य सनेहू,
सो तेहि मिलय न कछु सन्देहू ।
राम सिया राम सिया राम..
अर्थ : जो किसी चीज से सच्चा प्यार करता है उसे वह चीज जरूर मिलती है। अर्थात सच्चे मन से चाही गई वस्तु अवश्य प्राप्त होती है।
जाकी रही भावना जैसी,
प्रभु मूरति देखी तिन तैसी ।
राम सिया राम सिया राम..
अर्थ : जिसकी भावना जैसी होती है भगवान उसी रूप में नजर आते हैं। इसका मतलब यह है कि व्यक्ति जिस भावना, इच्छा या मन की स्थिति से भगवान को याद करता है, भगवान उसे उसी रूप में दर्शन देते हैं।
रघुकुल रीत सदा चली आई,
प्राण जाए पर वचन न जाई ।
राम सिया राम सिया राम..
अर्थ : रघुवंश का एक अटल नियम था कि जो कहा या दिया जाता था उसे किसी भी कीमत पर पूरा करना होता था, चाहे उसे पूरा करने के लिए जान ही क्यों न देनी पड़े।
हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता,
कहहि सुनहि बहुविधि सब संता ।
राम सिया राम सिया राम..
अर्थ : हरि अनन्त हैं (उनसे बढ़कर कोई नहीं) और उनकी कथा भी अनन्त है। सभी संत उनके विषय में अनेक प्रकार से सुनते और बोलते हैं। रामचन्द्र के सुन्दर चरित्र करोड़ों कल्पों में भी नहीं गाये जा सकते।
राम सिया राम सिया राम,
जय जय राम,
राम सिया राम सिया राम,
जय जय राम ।
यह भी पढ़ें –