श्री राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे (Shri Ram Raameti Raameti, Rame Raame Manorame) इस मंत्र को श्री राम तारक मंत्र भी कहा जाता है। और इसका जाप, सम्पूर्ण विष्णु सहस्त्रनाम या विष्णु के 1000 नामों के जाप के समतुल्य है। यह मंत्र श्री राम रक्षा स्तोत्रम् के नाम से भी जाना जाता है। राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे । सहस्रनाम तत्तुल्यं, रामनाम वरानने ॥ राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे अर्थ हिंदी पार्वती जी से भगवान शिव कहते हैं – श्रीराम नाम के मुख में विराजमान होने से राम, राम, राम इसी द्वादशाक्षर नाम का जाग्रत, स्वप्न, सुषुप्ति…
Author: Mahendra Kumar Vyas
मां बगलामुखी का मंत्र, इसका अर्थ और कथा बगलामुखी मन्त्र शत्रुओं को परास्त करने और उन पर विजयी पाने का सबसे बड़ा अस्त्र है। यह विरोधियों, बुरी नजर, काला जादू, वित्तीय असुरक्षा, कानूनी कठिनाइयों, पुरानी समस्याओं और दुर्घटनाओं से सुरक्षा प्रदान करता है। अपने विरोधियों को वश में करने और उन्हें हराने के लिए साधना करें मां देवी बगलामुखी के मंत्र की। मां बगलामुखी का मंत्र और अर्थ (Maa Baglamukhi Mantra) || ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा || अर्थ – हे देवी, सभी नकारात्मक लोगों के कदमों को रोक दें, उनकी…
ऋणमोचक मंगल स्त्रोत के लाभ हिंदी अर्थ सहित ऋणमोचक मंगल स्त्रोत का नियमित पाठ करने से ऋण से मुक्ति मिलती है। मंगलवार के दिन अगर आप ऋणमोचक मंगल स्त्रोत का पाठ करते हैं, तो आपको कर्ज से मुक्ति मिलती है, और आपके आर्थिक संकट दूर होते हैं। ऋणमोचक मंगल स्त्रोत का पाठ करने से पूर्व आप एक लाल आसन पर विराजमान हो जाएं, फिर हनुमान जी की पूजा करें। उसके बाद ऋणमोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करें। यह पाठ आप प्रत्येक मंगलवार को या फिर प्रत्येक दिन भी कर सकते हैं। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि मंगलवार के…
अक्षय तृतीया 2023 तिथि, इसका महत्व एवं इसकी कथा अक्षय तृतीया, जिसे अखा तीज भी कहा जाता है, हिंदू कैलेंडर में सबसे शुभ दिनों में से एक है। यह दिन वैशाख के हिंदू महीने में शुक्ल पक्ष के तीसरी तिथि (चंद्र दिवस) पर पड़ता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन शुरू किया गया कोई भी नया काम सुख, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आता है। अक्षय तृतीया का दिन बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन सूर्य और चन्द्रमा दोनों ही अपनी उच्च राशि में स्थित होते हैं। अक्षय तृत्य के दिन से कई युगों का आरंभ हुआ है…
स्वस्ति वाचन (Swasti Vachan) मंत्र लिखित में, संस्कृत में, भावार्थ सहित चाहे कोई भी पूजा हो, घर का मुहूर्त हो या कोई हवन का आयोजन.. एक मंत्र – ऊं स्वस्ति न इंद्रो…..मंत्र आपने जरूर सुना होगा। इस जाप के वक्त पंडित और विद्वान लोग एक अलग ही ऊर्जा के साथ सस्वर पाठ करते सुनाई देते हैं। इसे स्वस्ति वाचन मंत्र कहते हैं और शास्त्रों में संपूर्ण स्वस्ति वाचन मंत्र बड़ा ही फलकारी बताया गया है। इस मंत्र के लिए जरूरी नहीं कि कोई बड़ा अनुष्ठान हो। आप दैनिक जीवन में भी इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। स्वस्तिक मंत्र…
गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है लिरिक्स हिंदी में (Govind Mero Hai Gopal Mero Hai Lyrics in Hindi) गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है, श्री बांके बिहारी नंदलाल मेरो है, गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है । गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है, श्री बांके बिहारी नंदलाल मेरो है, गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है । गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है, श्री बांके बिहारी नंदलाल मेरो है, गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है । गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है, श्री बांके बिहारी नंदलाल मेरो है, गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है । गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है,…
मोहे पनघट पे नंदलाल छेड़ गयो रे भजन के लिरिक्स हिंदी में मोहे पनघट पे नंदलाल छेड़ गयो रे, मोरी नाजुक कलाइयां मरोड़ गयो रे, हो मोरी नाजुक कलाइयां मरोड़ गयो रे । मोहे पनघट पे नंदलाल छेड़ गयो रे… कंकरी मोहे म्हारी गगरिया फोर डारी, हाय गगरिया फोर डारी, हो कंकरी मोहे म्हारी गगरिया फोर डारी, मोरी साड़ी अनारी भिगोय गयो रे । मोहे पनघट पे नंदलाल छेड़ गयो रे… नैनों से जादू किया जियरा मोह लिया, हाय जियरा मोह लिया, मोरा घुंघटा नजरियों से तोड़ गयो रे । मोहे पनघट अजी हाँ, मोहे पनघट हाँ, मोहे पनघट पे…
Jai Saraswati Mata Aarti Lyrics in Hindi (जय सरस्वती माता आरती) जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता, सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता । जय सरस्वती माता… चन्द्रवदनि पद्मासिनि, द्युति मंगलकारी, सोहे शुभ हंस सवारी, अतुल तेजधारी । जय सरस्वती माता… बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला, शीश मुकुट मणि सोहे, गल मोतियन माला । जय सरस्वती माता… देवी शरण जो आए, उनका उद्धार किया, पैठी मंथरा दासी, रावण संहार किया । जय सरस्वती माता… विद्या ज्ञान प्रदायिनि, ज्ञान प्रकाश भरो, मोह अज्ञान और तिमिर का, जग से नाश करो । जय सरस्वती माता… धूप दीप फल मेवा, माँ…
हो दीनानाथ गीत लिरिक्स हिंदी में (Ho Dinanath Lyrics in Hindi) सोना सट कुनिया हो दीनानाथ, हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार । सोना सट कुनिया हो दीनानाथ, हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार । आन दिन उगइ छा हो दीनानाथ, आहे भोर भिनसार, आहे भोर भिनसार । आजू के दिनवा हो दीनानाथ, हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर । बाट में भेटिए गेल गे अबला, एकटा अन्हरा पुरुष, एकटा अन्हरा पुरुष । अंखिया दियेते गे अबला, हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर । बाट में भेटिए गेल गे अबला, एकटा बाझिनिया, एकटा बाझिनिया । बालक…
शम्भु स्तुति – नमामि शम्भुं पुरुषं पुराणं – श्री राम द्वारा शिव की स्तुति लंका प्रवेश करने के लिए प्रभु श्री राम को जब समुद्र पार करना था तब उन्होंने रामेश्वरम में स्वयं शिवलिंग की स्थापना के साथ भगवान शिव का आह्वान किया था। शम्भु स्तुति को भगवान राम द्वारा रचित कहा जाता है और इसका उल्लेख ब्रह्म पुराण से लिया गया है। (Shambhu Stuti – In sanskrit) नमामि शम्भुं पुरुषं पुराणं नमामि सर्वज्ञमपारभावम् । नमामि रुद्रं प्रभुमक्षयं तं नमामि शर्वं शिरसा नमामि ॥१॥ नमामि देवं परमव्ययंतं उमापतिं लोकगुरुं नमामि । नमामि दारिद्रविदारणं तं नमामि रोगापहरं नमामि ॥२॥ नमामि कल्याणमचिन्त्यरूपं…