शिव स्तुति: ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं (Shiv Stuti: Om Vande Dev Umapatin Surguru) ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं, वन्दे जगत्कारणम् । वन्दे पन्नगभूषणं मृगधरं, वन्दे पशूनां पतिम् ॥ वन्दे सूर्य शशांक वह्नि नयनं, वन्दे मुकुन्दप्रियम् । वन्दे भक्त जनाश्रयं च वरदं, वन्दे शिवंशंकरम् ॥ Shiv Stuti: Om Vande Dev Umapatin Surguru om vande dev umaapatin suragurun, vande jagatkaaranam . vande pannagbhooshanan maragdharan, vande pshoonaan patim .. vande soory shshaank vahani nayanan, vande mukundapriyam . vande bhakt janaashryan ch varadan, vande shivanshankaram ..
Author: Mahendra Kumar Vyas
गणगौर व्रत कथा कहानी, मां पार्वती की आरती, गौरी तृतीया पूजा विधि गणगौर मुख्यतः राजस्थान में मनाया जाने वाला त्यौहार है, जो चैत्र माह की तीज को आता है। गणगौर का पूजन होली के दूसरे दिन चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से लेकर चैत्र शुक्ल तेज तक होता है। गणगौर के पूजन में लड़कियां और नवविवाहित महिलाएं अपने अखंड सौभाग्य और ससुराल या पीहर की खुशी की कामना करती हैं। पूजन के साथ गणगौर की कथा (gangaur ki katha) सुनी जाती है। गणगौर व्रत की कथा हिंदी में (Gangaur Vrat Katha in Hindi) एक बार भगवान शंकर तथा पार्वतीजी नारदजी के साथ…
होली कब और क्यों मनाई जाती है? फाल्गुन पूर्णिमा को मनाया जाने वाला होली का त्योहार भारत में सर्दियों के अंत का प्रतीक है और साथ ही साथ वसंत ऋतू का स्वागत करता है इस दिन भारत में लोग एक दुसरे से मिलते हैं और उ न पर रंग और गुलाल लगाते हैं| देश में अन्य त्योहारों की तरह इस त्यौहार के पीछे भी एक लोक्रपिय कथा है|आइए इस रंग बिरंगे त्यौहार के पीछे की कथा के बारे में जाने| प्राचीन काल में हिरण्यकश्यप नाम का एक अत्याचारी राक्षस था, जिसने तपस्या कर ब्रह्मा जी से वरदान पा लिया कि…
मैं थाने सिमरु गजानंद गजानंद देवा भजन (Main Thane Simru Gajanand) Bhajan Lyrics in Hindi and English Pdf ‘मैं थाने सिमरु गजानंद’ भजन भगवन गणेश जी को समर्पित है जिसमे भगवन गणेश के गुणों का गान किया गया है और इसी के माध्यम से उनका आवाह्न किया गया है कि वे भक्त को आशीर्वाद दें और उसे अपने ह्रदय में प्रकाश का दर्शन करावें आप “मैं थाने सिमरु गजानंद” भजन को सुन भी सकते है | नीचे Youtube विडियो का लिंक दिया गया है मैं थाने सिवरू गजानंद देवा लिखित भजन लिरिक्स हिंदी (Main Thane Simru Gajanand Deva Lyrics in…
कर्पूर गौरम करुणावतारं lyrics और मंत्र का अर्थ शिव यजुर मंत्र, जिसे कर्पूरगौरं करुणावतारम् मंत्र के नाम से भी जाना जाता है, सबसे प्रसिद्ध शिव मंत्रों में से एक है जो यजुर्वेद में लिखा गया है। यह भगवान शिव से संबंधित एक प्राचीन संस्कृत श्लोक है और शैव धर्म में एक लोकप्रिय आरती है। भगवान शिव लोकप्रिय हिंदू देवता हैं, जिन्हें शंकर, रुद्र, भोलेनाथ, नीलकंठ और महादेव के नाम से भी जाना जाता है। उन्हें हिंदू शास्त्रों के अनुसार विध्वंसक या सृष्टि का सहांरक के रूप में भी जाना जाता है। शिव शब्द शुभ का द्योतक है भगवान शिव पाप…
माता शैलपुत्री की आरती लिरिक्स हिंदी में शैलपुत्री मां बैल असवार। करें देवता जय जयकार। शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे। ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू। दया करे धनवान करे तू। सोमवार को शिव संग प्यारी। आरती तेरी जिसने उतारी। उसकी सगरी आस पुजा दो। सगरे दुख तकलीफ मिला दो। घी का सुंदर दीप जला के। गोला गरी का भोग लगा के। श्रद्धा भाव से मंत्र गाएं। प्रेम सहित फिर शीश झुकाएं। जय गिरिराज किशोरी अंबे। शिव मुख चंद्र चकोरी अंबे। मनोकामना पूर्ण कर दो। भक्त…
हरे कृष्णा हरे कृष्णा महामंत्र का अर्थ, ध्यान विधि व उसके फायदे हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्ण कृष्ण हरे हरे | हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे || हरे कृष्णा हरे कृष्णा महामंत्र के फायदे हरे कृष्ण हरे राम महा मंत्र तीन संस्कृत शब्दों से बना है, जो “हरे”, “कृष्ण” और “राम” हैं। शास्त्रों के अनुसार “जो इस मंत्र का निरंतर जाप करते हैं, उनके जीवन में कभी भी विघ्न या बाधा नहीं आ सकती है। इस मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति मिलती है और हर कार्य में संतुष्टि मिलती है। हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा…
पूर्णमासी व्रत कथा, व्रत के लाभ तथा व्रत की विधि द्वापर युग में एक समय की बात है कि यशोदा जी ने कृष्ण से कहा – हे कृष्ण! तुम सारे संसार के उत्पन्नकर्ता, पोषक तथा उसके संहारकर्ता हो, आज कोई ऐसा व्रत मुझसे कहो, जिसके करने से मृत्युलोक में स्त्रियों को विधवा होने का भय न रहे तथा यह व्रत सभी मनुष्यों की मनोकामनाएं पूर्ण करने वाला हो। श्रीकृष्ण कहने लगे – हे माता! तुमने अति सुन्दर प्रश्न किया है। मैं तुमसे ऐसे ही व्रत को सविस्तार कहता हूँ । सौभाग्य की प्राप्ति के लिए स्त्रियों को बत्तीस पूर्णमासियों का…
पृथ्वी गायत्री मंत्र – दृढ़ता, धैर्य और सहिष्णुता की वृद्धि के लिए, और पृथ्वी पूजन मंत्र पृथ्वी गायत्री मंत्र एक सिद्ध और शक्तिशाली मंत्र है। यह मंत्र दृढ़ता, धैर्य और सहिष्णुता की वृद्धि करता है। पंच तत्वों में एक पृथ्वी की स्तुति करने के लिए आप श्री पृथ्वी गायत्री मंत्र का पाठ कर सकतें हैं। हिन्दू धर्म में पृथ्वी को माँ का स्थान प्राप्त हैऔर पृथ्वी गायत्री मंत्र धरती माता की पूजा के लिए एक सुन्दर स्तुति है। धरती माता को पूजना इसलिए हिन्दू धर्म में जरुरी समझा जाता है क्यूंकि इसी धरती पर हम अपने घरों और बड़े बड़े…
कामदेव मंत्र, इसके लाभ, कामदेव शाबर मंत्र, कामदेव गायत्री मंत्र हिन्दू धर्म में कामदेव को प्रेम का देवता, कामुक सुखों का देवता, साहचर्य का देवता माना जाता है। कामदेव ब्रह्मा जी के पुत्रों में से एक है, रति के पति है, जिनको वासना की देवी माना जाता है। श्री कामदेव गायत्री मंत्र को श्री मनमाथा गायत्री मंत्र के नाम से भी जाना जाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार प्रेम और कामुकता का कारक शुक्र ग्रह है और प्रेम के देवता कामदेव हैं। मनचाहा प्रेम पाने के लिए या मनचाहा जीवन साथी पाने के लिए शुक्र एवं कामदेव को प्रसन्न करना चाहिए।…