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सहजन के फायदे और नुकसान
सहजन यानी ड्रम स्टिक लम्बी फली वाला एक सब्जी का पेड़ है। सहजन विटामिन ए, सी, बी 1 (थियामिन), बी 2 (राइबोफ्लेविन), बी 3 (नियासिन), बी 6 और फोलेट से भरपूर होती हैं। लम्बी फली वाली यह सब्जी मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस और जिंक में भी समृद्ध हैं। । इस पेड़ का हर एक अंग स्वास्थ के लिए बहुत लाभदायक है। हालांकि, कुछ लोगों के लिए सहजन के उपयोग से नुकसान भी हो सकते हैं। ड्रम स्टिक का सबसे ज्यादा इस्तेमाल सांभर में किया जाता है। इस लेख मे हम सहजन के फायदे, नुकसान व आयुर्वेदिक गुणो को जानेंगे।
सहजन के फायदे (Drumstick Benefits In Hindi)
सहजन के पत्ती के 100 ग्राम पावडर में, दूध से 17 गुना अधिक कैल्शियम, और पालक से, 25 गुना अधिक आयरन होता है। इसमें गाजर से 10 गुना अधिक बीटा कैरोटिन होता है, जो कि आंखों के बहुत लाभदायक है। सहजन में केले से 3 गुना अधिक पोटैशियम, और संतरे से 7 गुना अधिक विटामिन सी होता है, जो हमारे शरीर के लिये बेहद आवश्यक है। तो चलिए, हम अब सहजन खाने के लाभों को जानते हैं।
सहजन का जूस
सहजन पौष्टिकता के मामले में गाजर, पालक, संतरे और यहां तक कि दूध से भी अधिक पोषण से भरपूर मानी जाती हैं। सहजन की पत्तियों का जूस बनाना या सब्जी बनाकर खाना भी बहुत पौष्टिक माना जाता है।
अमीनो एसिड से भरपूर होता है सहजन
सहजन अमीनो एसिड से भरपूर होती हैं। 18 प्रकार के अमीनो एसिड उनमें पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य को कई तरीकों से हेल्दी रखने में मदद करते हैं।
सहजन एंटीऑक्सिडेंट में समृद्ध
सहजन में एंटी-ऑक्सीडेटिव गुण होते हैं और यह पर्यावरण में मौजूद मुक्त कणों के हानिकारक प्रभावों से बचाते हैं। मुक्त कण के कारण होने वाली क्षति टाइप 2 डायबिटीज, हृदय की समस्याओं और अल्जाइमर जैसी कई पुरानी बीमारियों के लिए जिम्मेदार है।
सहजन सुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल घटाए
सहजन ब्लड सुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल लेवल संतुलित करता है।ये हाई ब्लड सुगर लेवल को कम करता है। कोलेस्ट्रॉल कम करने की वज़ह से यह हृदय के लिए अच्छा है।
सहजन सूजन से लड़ने में भी मददगार
सहजन में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। सूजन कई बीमारियों जैसे कैंसर, गठिया और कई ऑटोइम्यून बीमारियों का मूल कारण है। जब हम किसी चोट या संक्रमण से पीड़ित होते हैं, तो शरीर में सूजन बढ़ जाती है। सहजन का सेवन कर इससे राहत पाई जा सकती है।
थायराइड में सहजन खाने के फायदे
थायराइड रोगी को सहजन ज़रूर खाना चाहिए, जिनकी थाइरोइड ग्लैंड अधिक सक्रिय होती है वे सहजन खाते हैं।थाइरोइड रोग की दो कंडीशन graves disease और hashimotos disease दोनों के लिए सहजन का सेवन रोगमुक्त करता है।
बालों के लिए सहजन के फायदे
सहजन बालों के लिए, एक टानिक का काम करता है। सहजन जिंक, विटामिन और एमिनो एसिड मिलाकर केराटिन बनाते हैं, जो कि बालों की गोरथ के बहुत ही आवश्यक है। सहजन के फल मे मिलने वाले बीज में एक खास तेल होता है इस तेल से बाल लम्बे घने एवं चमकदार होते हैं। बाल का गिरना भी बन्द हो जाता है।
गर्भावस्था में सहजन के फायदे
सहजन में पाये जाने वाले भरपूर विटामिन व पोषक तत्व, गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ को अच्छा रखते हैं । सहजन को खाने से गर्भवती महिलाओं को कमजोरी नहीं आती व होने वाले बच्चे को कुपोषण से बचाया जा सकता है। दूध पिलाने वाली माताओं के लिए सहजन बहुत अच्छा है। सहजन की पत्तियों को घी में गर्म करके महिला को खिलाने से दूध की कमी नहीं होती और जन्म देने के बाद कमजोरी जैसे थकान आदि नहीं होती।
सहजन से पथरी की समस्या हटाएं
किडनी में स्टोन पथरी की समस्या में सहजन रामबाण की तरह है। यह किडनी में जमें अनावश्यक कैल्शियम को शरीर से बाहर निकालता है। इससे स्टोन नहीं बनने पाता और यह किडनी स्टोन से होने वाले दर्द और जलन को कम करता है।
सहजन खाने से पेट के फायदे
सहजन खाने से पेंट साफ़ रहता है, कब्ज दूर होता है जिससे पेट के कीड़े और जीवाणुओं से भी मुक्ति दिलाता है
कैंसर से बचाए सहजन
सहजन कैंसर प्रतिरोधी होता है। इसके एंटी ऑक्सीडेंट,kaempferol तत्व एंटी कैंसर होते हैं।यह स्कीन, लीवर, फेफड़े और गर्भाशय के कैंसर होने से सुरक्षा प्रदान करता है।
दिमाग के लिए सहजन के फायदे
दिमागी स्वास्थ के लिए सहजन ला जबाब होता है। सहजन डिप्रेशन, बेचैनी, थकान, भूलने की बिमारी, अनिद्रा आदि रोगो से लडने की क्षमता देता है।
सहजन की सब्जी के फ़ायदे
हदय रोग,जलन और सूजन सहजन की सब्जी खाने से ठीक हो जाता है। इसके अतिरिक्त सहजन की पत्तियो फल फूल बीज में भी ये गुण पाये जातें हैं। सहजन स्वास्थ लाभ के अलावा पानी भी साफ़ करता है जिसका सदियों से प्रयोग होता रहा है। इसके बीज को कूटकर पानी में मिलाने से हानिकारक प्रदूषक तत्व अलग हो जाते हैं
सहजन का तेल
सहजन के तेल को बेन आयल,कहते हैं। यह उडता नहीं है इसलिए घड़ियों में प्रयोग किया जाता है। यह बेन आयल कभी ख़राब नहीं होता इस मिठे तेल की कोई खुशबू नहीं होती।ये इत्र बनाने के काम में आता है।
सहजन के नुकसान
- धातु के अवशोषण: सहजन के अधिक उपयोग से कुछ लोगों में धातु के अवशोषण की समस्या हो सकती है। धातु का अधिक अवशोषण कमजोरी, थकान, चक्कर, और उल्टी जैसी लक्षणों के साथ आता है।
- पेट संबंधी समस्याएं: सहजन के अधिक सेवन से कुछ लोगों में पेट संबंधी समस्याएं जैसे कि दस्त, पेट में दर्द, गैस और अपच आदि हो सकती है।
- दिल संबंधी समस्याएं: अधिक मात्रा में सहजन का सेवन करने से कुछ लोगों में दिल संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। इसमें दिल की धड़कन बढ़ जाना, दिल के दौरे का खतरा, और ब्लड प्रेशर में वृद्धि शामिल हो सकते हैं।
- गर्भावस्था के दौरान उपयोग: गर्भावस्था के दौरान सहजन का अधिक सेवन करना अनुशंसित नहीं है, क्योंकि इसके कुछ तत्व गर्भपात को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
यदि किसी व्यक्ति को सहजन से जुड़ी किसी भी तरह की एलर्जी या दुष्प्रभाव महसूस होता है, तो उसे इसका सेवन बंद करना चाहिए और चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। सामान्य तौर पर, सहजन का उपयोग सावधानीपूर्वक और समझदारी से किया जाना चाहिए।
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