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Kamakhya Mantra – कामाख्या मंत्र
Kamakhya is considered in Hindu mythology as a Tantrik Goddess of desire and creative power, who evolved in Himalaya Hills. ‘Kamakhya Tantra’ is practiced to get the blessings of the mother Goddess. According to ‘Kamakhya Tantra’, it is important to do Japa of ‘Kamakhya Mantra’ to get the ‘Siddhis’ and remove obstruction in spiritual practice (‘Siddhis’ are achieved by an intense spiritual practice). This Mantra is considered as the Mantra which fulfills all the wishes of a practitioner (Sadhaka).
22 letter Mantra of Goddess Kamakhya (कामाख्या देवी का २२ अक्षर का मन्त्र)
ll त्रीं त्रीं त्रीं हूँ हूँ स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं स्त्रीं हूँ हूँ त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा ll
The above Mantra is said to destroy all the sins of the practitioner and gives all the desired fruits of spiritual practice viz. – Dharm, Arth, Kam & Moksha.
उक्त मन्त्र महा-पापों को नष्ट करनेवाला, धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष देनेवाला है। इसके ‘जप’ से साधक साक्षात् देवी-स्वरूप बन जाता है। इस मन्त्र का स्मरण करते ही सभी विघ्न नष्ट हो जाते हैं।
Prayer of Goddess Kamakhya
The Japa of the ‘Kamakhya Mantra’ should be followed by the prayer of Goddess Kamakhya (जप के बाद निम्न प्रकार से ‘प्रार्थना’ करनी चाहिए) –
कामाख्ये काम-सम्पन्ने, कामेश्वरि! हर-प्रिये!
कामनां देहि मे नित्यं, कामेश्वरि! नमोऽस्तु ते।।
कामदे काम-रूपस्थे, सुभगे सुर-सेविते!
करोमि दर्शनं देव्या:, सर्व-कामार्थ-सिद्धये।।
Meaning of this prayer in Hindi (प्रार्थना का हिंदी में अर्थ)
हे कामाख्या देवि! कामना पूर्ण करनेवाली,कामना की अधिष्ठात्री, शिव की प्रिये! मुझे सदा शुभ कामनाएँ दो और मेरी कामनाओं को सिद्ध करो। हे कामना देनेवाली, कामना के रूप में ही स्थित रहनेवाली, सुन्दरी और देवगणों से सेविता देवि! सभी कामनाओं की सिद्धि के लिए मैं आपके दर्शन करता हूँ।
Other Important Mantras of Goddess Kamakhya
कामाख्या वशीकरण मंत्र
ॐ नमो कामाक्षी देवी आमुकी में वंशं कुरु कुरु स्वः
कामाख्या देवी मंत्र
कामाख्य वरदे देवी निल्पर्वत्वसिनी, त्वम् देवी जगतं मतर्योनिमुद्रे मामोस्तुते!
कामाख्या प्रणाम मंत्र
कामाख्य काम सम्पन्ने कमेस्वरी हरी प्रिये, कामनाम देहि में नित्येम कामेस्वरी नमोस्तुते